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Showing posts from September, 2021

भगवान हनुमान और उनकी पत्नी सुवर्चला | Was lord Hanuman married to Suvarchala?

               SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/COA1l2KJTYk "सूर्य अंश समुद्भूता सा कन्या सुवर्चला। सा कन्या परमा साध्वी मारुति -पुत्रेण विवाहिता।" ऐसा विद्वानों का मत है। क्या हनुमान जी की शादी हुई थी? हनुमान जी को क्यों करना पड़ा था विवाह ? हनुमान जी का पत्नी का नाम ? Hanuman Suverchala temple विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 #Hanuman #Suverchala #Bajrangbali Date:  27 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS    

पितृपक्ष : क्या करें क्या नहीं करें ? dos and don’ts during Pitripaksha - by Anuj Mishra

              SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/ADjbf3I1Fl8 संक्षिप्त ब्याख्या :   तर्पण : देवताओं, ऋषियों एवं पितरों को जल दान करके तृप्त करने की क्रिया।  श्राद्ध : श्र्द्धार्थमिदम श्राद्धम । पितरों के उद्देश्य से विधिपूर्वक जो कर्म श्रद्धा से किया जाता है, उसे ही श्राद्ध कहते हैं। पिंड : पितरों को खिलने वाला प्रसाद | पितृपक्ष का कालखंड : आश्विन कृष्णपक्ष प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक (१५ दिनों का ) | इस कालखंड में पितर हमसे मिलने पृथ्वीलोक में आते हैं और हमारे साथ ही रहते हैं | इसीलिए कोई नया काम की सुरुवात नहीं करते हैं क्यों की उस्समय हम अपना पूरा समय अपने पितर के साथ बिताते हैं | तर्पण /श्राद्ध कब करें : पितृपक्ष में प्रतयेक दिन और जिसदिन पिता का देहांत का तिथि है उसदिन ब्राह्मण भोज या फिर गायों को घास खिलाएं  | अगर पिता के देहांत का  तिथि नहीं पता हो तो अमावस्या के दिन करें | तर्पण /श्राद्ध कहाँ करें : अपने घर में या फिर धर्मस्थल में | इसको दिन में ही करना है | तर्पण क्यों करें? हमारे पितर पितृपक्ष में हमारे साथ ही होते हैं तथा वे हमसे श्रद्धा की उम्मीद रहते है

शौच के दौरान पूर्णतः मौन क्यों रहें ? Why to maintain complete silence during Defecation?

              SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/XzXbzds7M60 विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 Date:  22 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS    

मन्वन्तर क्या है तथा इसका कालखंड कितना है ? What is Manvantar and its duration?

             SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/zJ_tieAVBkw मन्वन्तर : मनु + अंतर ( दो मनुओं के मध्य का कालखंड ) | मनु का आयु मनु : भगवान ब्रह्मा द्वारा सृजित पदवी | एक कल्प में कितना मनु : १४ वर्तमान मनु : वैवस्वत (सातवां मनु ) वर्तमान इंद्र: पुरंदर वर्तमान सप्तऋषि : अत्रि ऋषि , वशिस्ट ऋषि , कश्यप ऋषि , गौतम ऋषि , भारद्वाज ऋषि , विश्वामित्र ऋषि , जमदगिनी ऋषि वर्तमान कलियुग : २८ वर्तमान युगचक्र : २८ एक युगचक्र = (कलियुग : ४३२००० , द्वापरयुग : ८६४००० , त्रेतायुग : १२९६००० , सतयुग : १७२८००० ) = ४३२०००० वर्ष मन्वन्तर का सम्पूर्ण कालखंड : ७१.४ युग चक्र = ७१.४ x ४३२०००० = ३०८४४८००० वर्ष मन्वन्तर का बिता हुआ कालखंड : २८ x ४३२०००० - ४२७००० = १२०५३३००० वर्ष मन्वन्तर का बाकि का कालखंड : ३०८४४८००० - १२०५३३००० = १८७९१५००० वर्ष विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 #manvantara #manu #yuga D

तुलसी दल (पत्ता) शिव जी पर चढ़ाना वर्जित क्यों? Why is Tulsi (Holy basil) not offered to Lord Shiva?

            SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/7WL4mT-y1uw महादेव को तुलसी क्यों नहीं चढ़ाई जाती? विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 #Holybasil #Tulasi #Mahadev Date:  16 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS    

क्या कलियुग अपने चरम सिमा पर है (घोर कलियुग) ? Has kaliyuga reached its extreme level?

           SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/P10J7GdINzA कलियुग -- १२०० दिब्यवर्ष (४३२००० सौरवर्ष ) का तीन भाग १. संध्या -- १०० दिब्यवर्ष (३६००० सौरवर्ष ) २. युग -- १००० दिब्यवर्ष (३६०००० सौरवर्ष ) ३. संध्यांश -- १०० दिब्यवर्ष (३६००० सौरवर्ष ) विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 #yugchakra #kaliyuga #divyavarsh Date:  13 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS    

Sri Lakshmi Narasimha Swamy Temple @ Bannerghatta, Bangalore

   Sri Lakshmi Narasimha Swamy Temple @ Bannerghatta, Bangalore: Sri Lakshmi Narasimha Swamy Temple is a Hindu temple dedicated to Lord Narshimha (A avatar of Vishnu) and Maa Lakshmi. It is located in Bannerghatta village in Bangalore (Karnataka). It is on the mountain which is part of Bannerghatta National Park.  This temple is on the hilltop and you have to use a staircase made with natural stone. You will see a nice view of South Bangalore along with Bannerghatta national park.  There is also a big hall where different rituals like Marriages, Mundan, Upnayan, Homa, and other rituals are being performed. Temple authorities have displayed a bord for charges of different rituals. You have to pay for those events accordingly. There is no dress code for devotees but people love being in Indian dress. Photography and Mobile phone inside the temple is allowed. Temple is new construction at the top hill and looks very nice. It is maintained very well and being during the evening is a really

सत्ययुग, त्रेता युग, द्वापर युग, कलियुग कितने वर्षो का ? युग चक्र कितने वर्षों का ?

          SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/MSCx10RTXVE कलियुग कितना बीत गया और कितना बाकि है ? दिब्य वर्ष - देवताओं का एक वर्ष | देवताओं का १ दिन मनुष्यों का १ वर्ष होता है | सौरवर्ष - मनुष्यों का एक वर्ष | सूर्य का मकर में प्रवेश से लेकर दुसरे प्रवेश का कालखंड कलियुग - १२०० दिब्य वर्ष - १२०० x ३६० = ४३२००० सौरवर्ष द्वापर युग - २४०० दिब्य वर्ष - २४०० x ३६० = ८६४००० सौरवर्ष त्रेता युग - ३६०० दिब्य वर्ष - ३६०० x ३६० = १२९६००० सौरवर्ष सत्ययुग - ४८०० दिब्य वर्ष - ४८०० x ३६० = १७२८००० सौरवर्ष युग चक्र - १२००० दिब्य वर्ष - १२००० x ३६० = ४३२०००० सौरवर्ष विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 #yugchakra #kaliyug #divyavarsh Date:  09 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS    

संत और असंत - दोनों ही दुःख , कष्ट, पीड़ा देने वाले

         SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/Z6hDkNzc_Kc हमारे शास्त्रों में संत को मित्र और असंत को शत्रु कहा गया है,संत का वियोग कष्टदायी होता है और असंत का संयोग। दोनों ही दुखदायी हैं तो मित्र और शत्रु में कोई अन्तर नहीं है। तुलसीदास ने इसलिए दोनों की वन्दना की है, "बंदौं संत-असज्जन चरणा , दुखप्रद उभय बिच कछु बरना। मिलत एक दुख दारुण देहि, विछुरत एक प्राण हरि लेहि।। इस बात की पुष्टि संस्कृत वाङ्गमय के निम्न श्लोक में की गई है, शत्रुर्दहति संयोगे वियोगे मित्रमप्यहो। उभयोः दुखदायित्वं कः भेदः शत्रु -मित्रयोः।। बिछुरत एक प्रान हरि लेहीं | मिलत एक दुःख दारुन देहीं || Are both saints and non-saints are responsible for pain and sorrow? विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 #Ramcharitmanas #sant #asant Date:  07 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS    

शाकाहारी ब्यंजन की श्रेस्टता क्यों ? Why Vegetarian food is better than Non-Vegetarian as per our Dharm Granth?

        SUBSCRIBE US ON YOUTUBE CHANNEL https://youtu.be/Daaxe944iyw विश्लेषणकर्ता - अनुज मिश्रा We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. Anuj Mishra https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 Date:  01 Sep 2021     CLICK FOR MORE POSTS