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Showing posts from April, 2022

शिवतांडव महास्त्रोत्रम की रचना किन्होंने किया था?

                          प्रश्न : शिवतांडव महास्त्रोत्रम की रचना किन्होंने किया था? उत्तर: शिवतांडव महास्त्रोत्रम की रचना लंकापति रावण ने किया था?

महाराज कुशध्वज जो महाराज जनक के भाई थे, किस जनपद के राजा थे?

                        प्रश्न : महाराज कुशध्वज जो महाराज जनक के भाई थे, किस जनपद के राजा थे? उत्तर: महाराज कुशध्वज "सांकाश्य नगर" जनपद के राजा थे? वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ७१ सर्ग / श्लोक  १६

प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह पूर्व कुल का वर्णन किन्होंने किया था?

                      प्रश्न : प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह पूर्व कुल का वर्णन किन्होंने किया था? उत्तर: महाराज दशरथ के कुल का वर्णन महर्षि वसिष्ठ किये थे और महाराज जनक के कुल का वर्णन महाराज जनक स्वयं किये थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ७१ सर्ग / श्लोक  १ - २

महाराज जनक के भाई कौन थे और उनके पुत्रियों का विवाह किनके साथ हुआ था?

                     प्रश्न : महाराज जनक के भाई कौन थे और उनके पुत्रियों का विवाह किनके साथ हुआ था? उत्तर: महाराज जनक के भाई महाराज कुशध्वज जिनके २ पुत्रियां थीं | एक पुत्री का विवाह भरत के साथ और दूसरी पुत्री का विवाह शत्रुघ्न के साथ हुआ था | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ७२ सर्ग / श्लोक  ४ - ६

जिस धनुष को प्रभु श्रीराम जी विग्रह किए थे उसे लाने के लिए कितने योद्धाओं की जरूरत पड़ी थी?

                    प्रश्न : जिस धनुष को प्रभु श्रीराम जी विग्रह किए थे उसे लाने के लिए कितने योद्धाओं की जरूरत पड़ी थी? उत्तर: प्रभु श्रीराम के पास उस धनुष को लाने के लिए ५००० योद्धाओं ने मिलकर उस गाड़ी को खींचे थे जिसपर धनुष रखा हुआ था | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ६७ सर्ग / श्लोक  ४

जगत जननी माता सीता को वीर्यशुल्का क्यों बोला जाता था?

                   प्रश्न : जगत जननी माता सीता को वीर्यशुल्का क्यों बोला जाता था? उत्तर: वीर्यशुल्का उसे कहते हैं जिनका विवाह उसी व्यक्ति के साथ संभव है जो कि उचित पराक्रम दिखाने में सक्षम हो | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ६६ सर्ग / श्लोक  १६  १/२

सिद्धी के आधार पर पद देने के अधिकारी कौन थे?

                  प्रश्न : सिद्धी के आधार पर पद देने के अधिकारी कौन थे? उत्तर: सिद्धि के आधार पर पद देने के अधिकारी भगवान ब्रह्मा हैं |

महाराज त्रिशंकु के सत्यवादी पुत्र कौन थे?

                 प्रश्न : महाराज त्रिशंकु के सत्यवादी पुत्र कौन थे? उत्तर: सत्य हरिश्चंद्र

भगवान विष्णु का सबसे लम्बा अवतार कौन सा ?

         भगवान विष्णु का सबसे लम्बा अवतार कौन सा ? "मत्स्य अवतार" जो की प्रलय के कालखंड (१००० चतुर्युग) तक चला था | We love your comments and suggestions. Please visit our website for travel blogs and other related topics. द्वारा अनुज मिश्रा https://www.drifterbaba.com/ Whatsapp / Call: +91 9900144384 Date:  21 Apr 2022

प्रभु श्रीराम जी के पूर्वज जो सशारिर स्वर्गलोक पहुंच गए थे, उनका नाम क्या था?

                प्रश्न : प्रभु श्रीराम जी के पूर्वज जो सशारिर स्वर्गलोक पहुंच गए थे, उनका नाम क्या था? उत्तर: महाराज त्रिशंकु जी वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ६० सर्ग / श्लोक १५ १/२

प्रभु श्रीराम का खड़ग (तलवार) का नाम क्या था?

               प्रश्न : प्रभु श्रीराम का खड़ग (तलवार) का नाम क्या था? उत्तर: नंदन वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / २७ सर्ग / श्लोक १३ १/2

महर्षि विश्वामित्र के १०० पुत्रों का वध किन्होंने किया था?

              प्रश्न : महर्षि विश्वामित्र के १०० पुत्रों का वध किन्होंने किया था? उत्तर: महर्षि विस्वामित्र के १०० पुत्रों का वद्ध महर्षि वशिस्ट ने उनके द्वारा किया गया दुर्ब्यवहार के कारण किये थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ५५ सर्ग / श्लोक ७

प्रभु श्रीराम के द्वारा माता अहल्या का उनके पति के श्राप से उद्धार किनके कहने पर हुआ था?

             प्रश्न : प्रभु श्रीराम के द्वारा माता अहल्या का उनके पति के श्राप से उद्धार किनके कहने पर हुआ था? उत्तर: प्रभु श्रीराम जी महर्षि विस्वामित्र के आग्रह पर माता अहल्या का उद्धार किये थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ५९ सर्ग / श्लोक ११

महर्षि गौतम और माता अहिल्या के पुत्र कौन थे?

            प्रश्न : महर्षि गौतम और माता अहिल्या के पुत्र कौन थे? उत्तर: महर्षि गौतम और माता अहल्या के पुत्र 'शतानन' जी थे जो की महाराज जनक के कुलपुरोहित भी थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ५१ सर्ग / श्लोक ४

सुर और असुर शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई?

           प्रश्न : सुर और असुर शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई? उत्तर: समुद्र मंथन के दौरान वरुण पुत्री वारुणी प्रकट हुईं जो की सूरा की अभिमानिनी देवी थीं | देवता लोगों ने उनका वरण किया इसलिए वे सुर कहलाये और दानव लोगों ने वरण नाही किया इसलिए वे असुर कहलाये | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ४५ सर्ग / श्लोक १८

समुद्र मंथन कहां हुआ था? रस्सी और मथनी के स्थान पर क्या इस्तेमाल हुआ था?

         प्रश्न : समुद्र मंथन कहां हुआ था? रस्सी और मथनी के स्थान पर क्या इस्तेमाल हुआ था? उत्तर: समुद्र मंथन क्षीर सागर में हुआ था | रस्सी के रूप में वासुकि नाग और मथनी के रूप में मंदराचल पर्वत का इस्तेमाल हुआ था |

देवताओं और दानवों के माता पिता कौन थे?

        प्रश्न : देवताओं और दानवों के माता पिता कौन थे? उत्तर: देवताओं और दानवों के पिता थे - महर्षि कश्यप देवताओं के माता थीं - अदिति दानवों के माता थीं - दिति वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ४५ सर्ग / श्लोक १५  

महर्षि विश्वामित्र जी का आश्रम का नाम जहां पर प्रभु श्रीराम जी ने यज्ञ की रक्षा किए थे?

       प्रश्न : महर्षि विश्वामित्र जी का आश्रम का नाम जहां पर प्रभु श्रीराम जी ने यज्ञ की रक्षा किए थे? उत्तर: महर्षि विस्वामित्र जी का आश्रम का नाम 'सिद्धाश्रम' था जहाँ पर प्रभु श्रीराम जी ने दानवों को मारकर यज्ञ की रक्षा किये थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ३० सर्ग / श्लोक २६ 

भगवान विष्णु का नारी अवतार का नाम क्या है और कब हुआ था?

      प्रश्न : भगवान विष्णु का नारी अवतार का नाम क्या है और कब हुआ था? उत्तर: भगवान विष्णु का नारी अवतार "मोहिनी अवतार " के नाम से जाना जाता है | इस अवतार में भगवान विष्णु जो कि मोहिनी रूप में थे, समुद्र मंथन के दौरान निकला हुआ अमृत को दानवों से लेकर देवताओं को दिए थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ४५ सर्ग / श्लोक ४२

कितने दिनों का समुद्र मंथन के बाद हलाहल विश निकला था ?

       प्रश्न : कितने दिनों का समुद्र मंथन के बाद हलाहल विश निकला था ? उत्तर: १००० वर्षों तक समुद्र मंथन के पश्चात् हलाहल विष निकला थे जिसको महादेव शंकर ने ग्रहण किया था | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ४५ सर्ग / श्लोक १९, २०

प्रभु श्रीराम के ६०००० पूर्वजों का वध किन्होंने और क्यों किए थे?

      प्रश्न : प्रभु श्रीराम के ६०००० पूर्वजों का वध किन्होंने और क्यों किए थे? उत्तर: महाराज सगर के ६०००० पुत्रों को कपिल मुनि ने अपने श्राप से भष्म किये थे | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ४० सर्ग / श्लोक १२, ३०

महर्षि विश्वामित्र जी, प्रभु श्रीराम जी को सर्वप्रथम किस अतिविशिष्ट विद्या को दिए थे?

    प्रश्न : महर्षि विश्वामित्र जी, प्रभु श्रीराम जी को सर्वप्रथम किस अतिविशिष्ट विद्या को दिए थे? उत्तर: महर्षि विश्वामित्र जी, प्रभु श्रीराम जी को सर्वप्रथम "बला" और "अतिबला" नामक अतिविशिष्ट विद्या को दिए थे? वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / २२ सर्ग / श्लोक १३

लंकापति रावण को भगवान ब्रह्मा जी से क्या वरदान मिला था जिसके कारण रावण को मारना मुश्किल हो गया था?

  प्रश्न : लंकापति रावण को भगवान ब्रह्मा जी से क्या वरदान मिला था जिसके कारण रावण को मारना मुश्किल हो गया था? उत्तर: भगवान ब्रह्मा जी ने रावण को देवता, राक्षस, गन्धर्व, यक्ष से न मारे जाने का वरदान दिए थे | भगवान विष्णु को मानव के रूप में (श्रीराम) अवतार लेना पड़ा था रावण को मारने के लिए | वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / १५ सर्ग / श्लोक १२, १३

स्वर्गलोक ( इंद्रलोक ) की राजधानी कहाँ बताया गया है?

प्रश्न : स्वर्गलोक ( इंद्रलोक ) की राजधानी कहाँ बताया गया है? उत्तर: अमरावती ( इंद्रा / स्वर्ग की राजधानी ) वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / ६ सर्ग / श्लोक ५

महाराज दशरथ के कुल पुरोहित कौन थे?

प्रश्न : महाराज दशरथ के कुल पुरोहित कौन थे? उत्तर: महर्षि वशिष्ठ जी और महर्षि वामदेव जी

पिशाचों का प्रिय अस्त्र क्या है?

प्रश्न : पिशाचों का प्रिय अस्त्र क्या है? उत्तर: मोहनास्त्र वाल्मीकि रामायण / बालकाण्ड / २७ सर्ग / श्लोक १५ , १६, 17