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ज्योतिष ज्ञान

 


प्रश्न : ज्योतिष में राशियों का क्रम एवं उनके स्वामी कौन कौन हैं ?

उत्तर : कुल १२ राशियां होती हैं जिनके क्रम , नाम एवं स्वामी निम्नलिखित हैं :

क्रम      राशि का नाम     राशि स्वामी 

        मेष                     मंगल 

        वृषभ                  शुक्र 

        मिथुन                  बुध 

४         कर्क                    चंद्र 

        सिंह                    सूर्य 

        कन्या                 बुध 

        तुला                   शुक्र 

        वृश्चिक                 मंगल 

        धनु                     गुरु 

१०        मकर                 शनि 

११         कुम्भ                 शनि 

१२         मीन                 गुरु 



प्रश्न : उत्तर भारतीय लग्न चक्र / लग्न कुंडली / राशि चक्र (D1) कैसे तैयार करें ?

उत्तर:

उदाहरण:  जन्म विवरण 

जन्म दिनांक : ०७ अप्रैल २०२४ 

जन्म समय : ०४ : १५ अपराह्न 

जन्म स्थान : बैंगलोर (कर्नाटक , भारत )

चरण १ : लग्न की राशि ज्ञात करें।  

 - लग्न की राशि ५ ( सिंह ) प्राप्त हुई ।

चरण २ : लग्न से प्रारम्भ करके घडी की विपरीत दिशा में गिनती से आगे बढ़ते हुए बारह (१२) घरों को भरें। यहाँ ५ से प्रारम्भ करके घड़ी की विपरीत दिशा में गिनती से आगे बढ़ते हुए बारह (१२) घरों को भरें। इस प्रकार १२ घरों में निम्नलिखित राशियां प्राप्त होंगी: 

पहला घर ५वी राशि  |  दूसरा घर ६ वीं राशि  |  तीसरा घर ७ वीं राशि  | चौथा घर ८ वीं राशि  |  पांचवां घर ९ वीं राशि  |  छठा घर १० वीं राशि   |  सातवां घर ११ वीं राशि   | आठवां घर १२ वीं राशि  |  नवां  घर पहली राशि   |   दसवां घर दूसरी राशि   |   ग्यारहवां घर  तीसरी राशि   |  बारहवां घर चौथी राशि 



चरण ३ : उपरोक्त समय (०४ : १५ अपराह्न) पर आकाश मंडल में स्थित ग्रहों (सूर्य , चन्द्रमा , मंगल , बुध , गुरु, शुक्र , शनि , राहु एवं केतु ) की राशिगत स्थिति ज्ञात करें। यहाँ ग्रहों की स्थिति निम्नलिखित प्राप्त हुई :

सूर्य : १२ वीं राशि   |   चन्द्रमा : १२ वीं राशि   |   मंगल : ११ वीं राशि   |   बुध : पहली राशि   |   गुरु : पहली राशि   |   शुक्र : १२ वीं राशि   |    शनि : ११ वीं राशि   |   राहु : १२ वीं राशि   |   केतु : ६ वीं राशि

चरण ४ : ग्रहों को संगत राशि वाले घर में लिखें। 


नोट : 

१ एक प्रमाणित पंचांग को साथ में लेकर बैठें। 

२ घरों की गिनती लग्न से प्रारम्भ होती है जबकी लग्न में १  से लेकर १२ तक की कोई भी संख्या (राशि) हो सकती है।  

३ राहु और केतु एक दुसरे से हमेशा सातवें घर (१८० डिग्री ) में होते हैं। 


प्रश्न : जन्मकुंडली में किसी का राशि (Horoscope) कैसे ज्ञात करें?
उत्तर: जन्मकुंडली में चन्द्रमा जिस राशि में हो वही उस व्यक्ति की राशि होती है। उदहारण स्वरुप निचे दिए गए लग्न चक्र में चन्द्रमा, मीन राशि (१२ वी राशि) में हैं अतः इनकी राशि मीन होंगी। 


प्रश्न : जन्मकुंडली में मारकेश कैसे ज्ञात करें?
उत्तर : जन्मकुंडली में द्वितीय भाव ( घर ) एवं सप्तम भाव के स्वामी मारकेश कहे जाते हैं।  उदहारण स्वरुप निचे दिए गए लग्न चक्र में बुध द्वितीय भाव के एवं शनि सप्तम भाव के स्वामी हैं अतः बुध और शनि दोनों मारकेश हैं। 



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