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वेदों और पुराणों का अध्ययन कब पवित्रता प्रदान नही करता है?

       



प्रश्न : वेदों और पुराणों का अध्ययन कब पवित्रता प्रदान नही करता है?

उत्तर: आचरण रहित व्यक्ति अगर अपने सरे अंगों की सहायता से भी वेद और पुराण का अध्ययन करे तो भी वह पवित्र नहीं बनता है इसलिए शुद्ध आचरण होना अनिवार्य है |

भविष्य पुराण / ब्रह्मपर्व / अध्याय ४० - ४५

द्वारा अनुज मिश्रा



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