प्रश्न : मदिरा के द्वारा किसी मदिरा का अपवित्रता नही मिटाया जा सकता है।
उत्तर: जिस प्रकार मदिरा के द्वारा मदिरा की अपवित्रता नहीं मिटाई जा सकती है उसी प्रकार धार्मिक अनुष्ठान में एक भी प्राणी की बलि या हत्या का प्रायश्चित नहीं किया जा सकता है।
संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / प्रथम स्कन्द / अध्याय ८ / श्लोक ५२
240524-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/l-qhGcU8Bgg
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द्वारा
अनुज मिश्रा
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