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प्रायश्चित करने के उपरांत भी हृदय की शुद्धि क्यों नहीं ?

 प्रश्न : प्रायश्चित करने के उपरांत भी हृदय की शुद्धि क्यों नहीं ?

उत्तर:  प्रायश्चित करने से सिर्फ किये गए पापों से उत्तपन दोष ही नष्ट होते है ह्रदय की शुद्धि नहीं होती ।        

संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय २  / श्लोक १६ ,१७                               

270425-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/7v-NnKS3n88



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द्वारा 

अनुज मिश्रा

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