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किन परिस्थितियों में धार्मिक कर्म भी अधर्म बन जाता है?

 प्रश्न : किन परिस्थितियों में धार्मिक कर्म भी अधर्म बन जाता है?

उत्तर:  जब किसी धार्मिक कर्म से किसी प्राणी को कष्ट होता है तो इस परिस्थिति में धार्मिक कर्म भी अधार्मिक बन जाता है। 

संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १६  / श्लोक ४२                   

080725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/2J9efvf-HKM



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द्वारा 

अनुज मिश्रा

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