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पुरोहित का काम को निंदित कार्य क्यों बताया गया है ?

 प्रश्न : पुरोहित का काम को निंदित कार्य क्यों बताया गया है ?

उत्तर:  पुरोहित का काम ब्रह्मतेज को क्षीण करने वाला है इसीलिए धर्मशील महात्माओं ने इसकी निंदा कि है ।   

संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ७  / श्लोक ३५                  

140625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/2uzRQZWkVDo



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द्वारा 

अनुज मिश्रा

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