PART 7 - वास्तुशास्त्रम - वास्तु देवता कितने हैं और उनका स्थान कहाँ है? वास्तु दोष क्यों लगता है ? Video Link: CLICK FOR VIDEOS वस्तुभूमि में 45 वास्तुदेवों की स्थिति 1. शिखी , 2. पर्जन्य , 3. जयंत , 4. इंद्र, 5. सूर्य , 6. सत्य , 7. भृश , 8. अंतरिक्ष , 9. अनिल , 10. पूषा , 11. वितथ , 12. बृहतक्षत , 13. यम , 14. गन्धर्व , 15. भृंगराज , 16. मृग , 17. पिता , 18. दौवारिक , 19. सुग्रीव , 20. कुसुमदन्त , 21. वरुण , 22. असुर , 23. शोष , 24. पापयक्ष्मा , 25. रोग , 26. नाग , 27. मुख्य , 28. भल्लाट , 29. सोम , 30. भुजग , 31. अदिति , 32. दिति , 33. आप , 34. सवित्र , 35. जय , 36. रूद्र , 37. आर्यमा , 38. सविता , 39. विवस्वान , 40. विवुधाधिप , 41. मित्र , 42. राजयक्ष्मा , 43. पृथ्वीधर , 44. आपवत्स , 45.ब्रह्मा द्वारा अनुज मिश्रा