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Showing posts from September, 2025

आत्मा शरीर से भिन्न कैसे?

 प्रश्न : आत्मा शरीर से भिन्न कैसे? उत्तर:  सभी प्राणियों का जन्म और मृत्यु उनके द्वारा किये गए पूर्वजन्मों के कर्मों के आधार पर होता है । आत्मा शरीर से अत्यंत भिन्न है इसलिए यह जन्म और मृत्यु से अछूता है।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय २    / श्लोक ४१                         020925-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/mO-e1V6mgds श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान विष्णु का जड़ किसको बताया गया है?

 प्रश्न : भगवान विष्णु का जड़ किसको बताया गया है? उत्तर:  धर्म और धर्मोचित कर्म को  ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय २    / श्लोक ११                        280825-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/LzqXQZLRYvw श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान का दर्शन किस प्रकार से संभव है?

 प्रश्न : भगवान का दर्शन किस प्रकार से संभव है? उत्तर:  आत्ममंथन के द्वारा ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय १   / श्लोक ९                        240825-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/fGdrtEvjkM0 श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान विष्णु के पार्षद जय और विजय द्वापर युग में कौन थे?

 प्रश्न : भगवान विष्णु के पार्षद जय और विजय द्वापर युग में कौन थे? उत्तर:  शिशुपाल और दन्तवक्र ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय १   / श्लोक ३२                       180825-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/1SM9AOJ_t2E श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

द्वेष या वैर के माध्यम से भगवत प्राप्ति ज्यादा सरल क्यों?

 प्रश्न : द्वेष या वैर के माध्यम से भगवत प्राप्ति ज्यादा सरल क्यों? उत्तर:  मनुष्य वैर भाव से जितना तन्मय होकर ईश्वर को याद करता है उतना भक्तिभाव से नहीं।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय १   / श्लोक २६                      170825-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/UYS1oxLuGRU श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान की दृष्टि में भक्ति, भय, स्नेह या कामना में कोई भेद नहीं।

  प्रश्न : भगवान की दृष्टि में भक्ति, भय, स्नेह या कामना में कोई भेद नहीं। उत्तर:  भक्ति से , भय से, स्नेह से या कामना से - जैसे भी हो भगवान में  अपना मन लगा देना चाहिए । भगवान की दृष्टि में इन भावों में कोई भेद नहीं है।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय १   / श्लोक २५                     160825-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/XOkQWOPoEm8 श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

निंदा,स्तुति, सत्कार और तिरस्कार आत्मा या शरीर का?

 प्रश्न : निंदा,स्तुति, सत्कार और तिरस्कार आत्मा या शरीर का? उत्तर:  शरीर का ही होता है आत्मा का नहीं ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय १   / श्लोक २३                    080825-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/ElDj4uUHtB0 श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा