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Showing posts from August, 2025

PART 4 - वास्तुशास्त्रम - भूमि का ढलाव किस दिशा में शुभ और किस दिशा में मारक होता है ?

PART 4 - वास्तुशास्त्रम - भूमि का ढलाव किस दिशा में शुभ और किस दिशा में मारक होता है ? Link: https://youtu.be/Bk--hqLKAuE द्वारा अनुज मिश्रा

PART 3 - वास्तुशास्त्रम् - भूमि शुभ या अशुभ, कैसे पहचाने ?

  PART 3 - वास्तुशास्त्रम् - भूमि शुभ या अशुभ, कैसे पहचाने ? Link: https://youtu.be/GKTKjyzsbTQ द्वारा  अनुज मिश्रा

PART 2 - वास्तुशास्त्रम् - शुभ स्थान (Location) का चयन कैसे करें ?

  PART 2 - वास्तुशास्त्रम् - शुभ स्थान (Location) का चयन कैसे करें ? Link: https://youtu.be/sajzjsODtmY द्वारा  अनुज मिश्रा

PART 1 - वास्तुशास्त्रम्: - वास्तु क्या है और क्यों जरुरी है ?

  PART 1 - वास्तुशास्त्रम्: - वास्तु क्या है और क्यों जरुरी है ? Link: https://youtu.be/44_7SqN_o64 द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान का वास्तविक रूप क्या है?

 प्रश्न : भगवान का वास्तविक रूप क्या है?  उत्तर:  वास्तव में भगवान निर्गुण, अजन्मा, अव्यक्त और प्रकृति से परे हैं  ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / सप्तम  स्कन्द / अध्याय १   / श्लोक ६                     240725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/s9hexM0J9f8 श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भजन और कीर्तन को प्रभावशाली क्यों बताया गया है?

 प्रश्न : भजन और कीर्तन को  प्रभावशाली क्यों बताया गया है?   उत्तर:  भगवान के नाम का कीर्तन मात्र से ही ब्राह्मण, पिता, गौ, माता , आचार्य इत्यादि की हत्या करने वाले महापापी , चांडाल और कसाई  भी शुद्ध हो जाते हैं  ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १३    / श्लोक ८                210725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/SvRPtzOzunA श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भक्त प्रहलाद के तीन भाइयों का नाम क्या था?

 प्रश्न : भक्त प्रहलाद के तीन भाइयों का नाम क्या था?   उत्तर:  संह्लाद, अनुह्लाद, ह्लाद ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १८   / श्लोक १२, १३             200725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/w4Di3w4W3hs श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

पत्नी के द्वारा आरम्भ किए गए अनुष्ठान को पूर्ण करने का अधिकारी कौन?

 प्रश्न : पत्नी के द्वारा आरम्भ किए गए अनुष्ठान को पूर्ण करने का अधिकारी कौन?  उत्तर:  यदि पत्नी अनुष्ठान पूर्ण करने के अयोग्य हो जाये तो पति को इस अनुष्ठान को पूर्ण करना चाहिए  नहीं तो धार्मिक दोष लग जाता है ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १९  / श्लोक १८                      190725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/VruENG7V2Es श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

संतान को अकालमृत्यु से बचाने का व्रत का नाम क्या है?

  प्रश्न : संतान को अकालमृत्यु से बचाने का व्रत का नाम क्या है? उत्तर:  पुंसवन व्रत  ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १९  / श्लोक २६, २७          180725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/Kbi-mvzKjkE श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

दानवराज हिरण्यकशिपु की पत्नी कौन थीं?

 प्रश्न : दानवराज हिरण्यकशिपु की पत्नी कौन थीं? उत्तर:  जम्भपुत्री कयाधु ।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १७  / श्लोक २८                   090725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/WYQBBfL-K-0 श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

किन परिस्थितियों में धार्मिक कर्म भी अधर्म बन जाता है?

 प्रश्न : किन परिस्थितियों में धार्मिक कर्म भी अधर्म बन जाता है? उत्तर:  जब किसी धार्मिक कर्म से किसी प्राणी को कष्ट होता है तो इस परिस्थिति में धार्मिक कर्म भी अधार्मिक बन जाता है।  संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १६  / श्लोक ४२                    080725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/2J9efvf-HKM श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

प्राणियों का मिलना और बिछड़ना काल आधारित कैसे?

 प्रश्न : प्राणियों का मिलना और बिछड़ना काल आधारित कैसे? उत्तर:  जैसे जल के वेग से बालू का कण एक दुसरे से जुड़ते और बिछुड़ते रहते हैं वैसे ही समय के प्रवाह में प्राणियों का भी मिलन और विछोह होता रहता है।     ।           संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १५   / श्लोक ३                   030725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/v5BKeL2Q7LM श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

एक प्रतापी राजा जिनके एक करोड़ रानियां थीं?

 प्रश्न : एक प्रतापी राजा जिनके एक करोड़ रानियां थीं?   उत्तर:  महाराज चित्रकेतु ।     संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १४   / श्लोक १०, ११             010725-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/ka2MyrbtmdY श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान इंद्र के अनुपस्थिति में स्वर्ग का शासन किनके हाथ में था?

  प्रश्न : भगवान इंद्र के अनुपस्थिति में स्वर्ग का शासन किनके हाथ में था?  उत्तर:  देवराज इंद्र ब्रह्महत्या के कारण १००० वर्षों तक कमलतन्तुओं में रहे।  उस समय महाराज नहुष स्वर्ग का शासन कर रहे थे   ।     संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १३  / श्लोक १६                  280625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/TQ2x09Ud-JU श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

किस प्रकार की मृत्यु को दुर्लभ और परमश्रेष्ठ बताया गया है?

 प्रश्न : किस प्रकार की मृत्यु को दुर्लभ और परमश्रेष्ठ बताया गया है?   उत्तर:  ब्रह्मचिन्तन के द्वारा शरीर का परित्याग और धर्मयुद्ध में प्राणों का बलिदान ।     संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय १०  / श्लोक ३३                              250625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/lKxEQZOO4cE श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भगवान विश्वरूप यज्ञ की आहुति राक्षसों को भी क्यों देते थे?

 प्रश्न : भगवान विश्वरूप यज्ञ की आहुति राक्षसों को भी क्यों देते थे?  उत्तर:  भगवान विश्वरूप की माता राक्षस कुल की थीं इसलिए उनका झुकाओ राक्षसों के प्रति भी था।     संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ९   / श्लोक ४                     240625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/I_PbXzMK7kY श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

भय निवारण के लिए उपयुक्त कवच क्या है?

 प्रश्न : भय निवारण के लिए उपयुक्त कवच क्या है?  उत्तर:  नारायण कवच ।    संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ८   / श्लोक ३                      190625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/gC9ReTglZjc श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

उस महाविद्या का नाम जिसके माध्यम से भगवान इंद्र का धन उनको वापस दिलाया गया था?

 प्रश्न : उस महाविद्या का नाम  जिसके माध्यम से भगवान इंद्र का धन उनको वापस दिलाया गया था? उत्तर:  वैष्णवी विद्या ।    संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ७  / श्लोक ४०                     170625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/L0NvTwebEyQ श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

पुरोहित का काम को निंदित कार्य क्यों बताया गया है ?

  प्रश्न : पुरोहित का काम को निंदित कार्य क्यों बताया गया है ? उत्तर:  पुरोहित का काम ब्रह्मतेज को क्षीण करने वाला है इसीलिए धर्मशील महात्माओं ने इसकी निंदा कि है ।    संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ७  / श्लोक ३५                   140625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/2uzRQZWkVDo श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

अपने से छोटों का पैर छूना निंदनीय कार्य क्यों नहीं है ?

 प्रश्न : अपने से छोटों का पैर छूना निंदनीय कार्य क्यों नहीं है ? उत्तर:  धर्मग्रंथों में श्रेष्ठता और बड्डपन का आधार वेद और शास्त्रों का ज्ञान बताया गया है न कि आयु को ।    संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ७  / श्लोक ३३                  110625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/H1hOk-ya6AM श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

श्रेष्ठ मनुष्य विद्वान, गोविंद और गाय को अपना सर्वस्व क्यों मानते हैं?

 प्रश्न : श्रेष्ठ मनुष्य विद्वान, गोविंद और गाय को अपना सर्वस्व क्यों मानते हैं? उत्तर:  क्यों कि विद्वान, गोविन्द और गाय को सर्वस्व मानने से उनका अमंगल नहीं होता है ।    संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ७  / श्लोक २४                      100625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/LJvbYiQjD5o श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा

बृहस्पति देव के अनुपस्थिति में देवताओं के गुरु और पुरोहित कौन बने थे?

 प्रश्न : बृहस्पति देव के अनुपस्थिति में देवताओं के गुरु और पुरोहित कौन बने थे? उत्तर:  भगवान विश्वरूप ।    संदर्भ : श्रीमद्भागवत महापुराण /प्रथम खंड / षष्टम स्कन्द / अध्याय ६ / श्लोक ४५                   090625-1 Video Link: https://youtube.com/shorts/54M9wHYxRmQ श्रीमद्भागवत महापुराण  में वर्णित  अन्य प्रश्नोत्तरी के लिए क्लिक करें    द्वारा  अनुज मिश्रा